नदीम Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps November 27, 2020 रब पर और यकीन हो गया है क्या जानूँ मुझे क्या हो गया है दिल की बैचेनी अब बढ़ती जाती सफ़र इस कदर संगीन हो गया है उन तक पहुंचेगी मेरी आवाज़ ज़रूर गोशा - गोशा तसव्वुर हो गया है मानती हूँ मेरी गलतियाँ थीं बहोत रहनुमा मेरा नदीम हो गया है #दुआ Read more