माँ

आज माँ से बातें करना चाहती हूँ ढेर सारी
बादलों के पार , चंदा के गाँव में
जो भी लाइन मिला दे उस नेटवर्क से
जुड़ना चाहती हूँ
पिछले इक्कीस सालों का बिछोह
सारे रंजो गम , खुशियाँ जल्दी से बयाँ करना चाहती हूँ
एक बार फिर उसके सीने से लिपट
देह-गंध पाना चाहती हूँ
काश...
#दुआ

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