हाँ मुझे चलना होगा
हाँ मुझे चलना होगा
सांझ की देहरी का
दिया बन जलना होगा
हाँ मुझे चलना होगा
आग और पानी का खेल चले
ज़द्दोज़हद की लड़ाई चले
लक्ष्य तक पहुँचना होगा
हाँ मुझे चलना होगा
शब्दों के दावानल घेरे
ज़िंदा रहने की तड़प पले
मृत्यु भी शिकंजा कसे
किसी अणु में पलना होगा
हाँ मुझे चलना होगा
भीतर मेरे है कोई जाग रहा
जो नित्य नव समर लड़ा
पुनः विश्वास् ढूँढना होगा
हाँ मुझे चलना होगा
मार्ग में कंटक मिले
पाँव में छाले पड़े
घाव को भूलना होगा
हाँ मुझे चलना होगा
#दुआ
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